बहुत-से विद्वानों और चिंतकों ने इस बात को लेकर चिंता प्रकट की है कि भारतीय समाज आधुनिकता से बहुत दूर है और भारत के लोग अपने आप को आधुनिक बनाने की कोशिश भी नहीं कर रहे हैं।
नैतिकता, सौंदर्यबोध और अध्यात्म के समान आधुनिकता कोई शाश्वत मूल्य नहीं है। वह कई चीजों का एक सम्मिलित नाम है। औद्योगीकरण आधुनिकता की पहचान है। साक्षरता का सर्वव्यापी प्रसार आधुनिकता की सूचना देता है। नगर-सभ्यता का प्राधान्य आधुनिकता का गुण है। सीधी-सादी अर्थव्यवस्था मध्यकालीनता का लक्षण है। आधुनिकता देश वह है, जिसकी अर्थव्यवस्था जटिल और प्रसरणशील हो और जो ‘टेक-ऑफ’ की स्थिति को पार कर चुकी हो।
आधुनिक समाज मुक्त और मध्यकालीन समाज बंद होता है। बंद समाज वह है जो अन्य समाजों से प्रभाव ग्रहण नहीं करता, जो अपने सदस्यों को भी धन या संस्कृति की दीर्घा में ऊपर उठने की खुली छूट नहीं देता, जो जाति-प्रथा और गोत्रवाद से पीड़ित है, जो अंधविश्वासी, गतानुगतिक और संकीर्ण है।
आधुनिक समाज में उन्मुक्तता होती है। उस समाज के लोग अन्य समाजों के लोगों से मिलने-जुलने में नहीं घबराते, न वे उन्नति का मार्ग खास जातियों और खास गोत्रों के लिए सीमित रखते हैं। आधुनिक समाज सामरिक दृष्टि से भी बलवान समाज होता है। जो देश अपनी रक्षा के लिए भी लड़ने में असमर्थ है, उसे आधुनिक कहलाने का कोई अधिकार नहीं है। आधुनिक समाज के लोग आलसी और निकम्मे नहीं होते। आधुनिक समाज का एक लक्षण यह भी है कि उसकी हर आदमी के पीछे होने वाली आय अधिक होती है, उसके हर आदमी के पास कोई धंधा या काम होता है और अवकाश की शिकायत प्रायः हर एक को रहती है।
उत्तर— (c)
उत्तर— (a)
उत्तर— (a)
उपरोक्त विकल्पों के आधार पर निम्नलिखित विकल्पों में सही विकल्प का चयन कीजिएः
उत्तर— (d)
उत्तर— (c)
बंगाल की शस्य-श्यामला धरती का सौंदर्य अविस्मरणीय है। इसके मनोहर और उन्मुक्त सौंदर्य को प्रतिभाशाली रचनाकार अपने गीतों, निबंधों और कविताओं में बाँधने की कोशिश करते रहते हैं लेकिन इसके मायावी और लोकोत्तर आकर्षण का रंच मात्र ही वे रूपायित करने में सफल हो पाए हैं। अविभाजित बंगाल का सौंदर्य किसी भी संवेदनशील मस्तिष्क के भीतर हलचल पैदा कर सकता है। चाँदी-सी चमकती मीलो लंबी नहरों और नदियों के बीच पन्नों की तरह चमकते हरे-भरे खेतों के चित्र संवेदनशील मन को अपूर्व आनंद से भर देते हैं। हरे-भरे खेतों में पके दानों की लहलहाती सुनहरी फसल, हवा में फुसफुसाते लंबे ताड़ के वृक्ष और साल की पत्तियों की बहती हुई मंद-मंद हवा, कंचनजंघा के उत्तुंग शिखर, सुंदरवन के घने जंगल, दीघा के सुंदर रेतीले समुद्र तट और उत्तर बंगाल के हरे-भरे चाय के बागाना आँखों में रचे बसे रहते हैं। प्राकृतिक छाटाओं से भरी-पूरी यह धरती युगों से महान लेखकों, कवियों और कलाकारों को प्रेरित करती रही है। इस अनोखे वरदान के केवल वही पात्र हैं जिन्हें इस धरती पर पैदा होने का सौभाग्य मिला है अथवा वे हैं जो अविभाजित बंगाल में रह चुके हैं।
उत्तर— (a)
उत्तर— (d)
उत्तर— (b)
उत्तर— (b)
उत्तर— (b)
चमड़े का रंग मनुष्य-मनुजता को बाँटे
यह है जघन्य अपमान प्रकृति का मानव का
धरती पर घृणा जिए, मर जाए प्रीति प्यार
यह धर्म मनुज का नहीं, धर्म दानव का!
हा! प्रेम-नाम ही है रे जिसका महाकाव्य
यदि वही नहीं तो जीवन का क्या अर्थ यहाँ
यदि वही नहीं तो सृष्टि सभ्यता जड़ मृत है
यदि वही नहीं तो ज्ञान सकल है व्यर्थ यहाँ।
है गर्व तुम्हें जो अपनी उज्ज्वल सफेदी पर
वह मिथ्या है, छल है, घमंड है चेहरे का
रंगों का राजा तो है रंग भीतर वाला
बाहरी रंग तो द्वारपाल है पहरे का।
दुनिया ऐसी तस्वीर कि जिसके खाके में
आधी गोराई तो आधा कजलाई है,
पाँवों के नीचे यदि गौर वर्ण वसुधा
तो सिर पर श्याम गगन की छाया छाई है।
Ans. (c)
Ans. (a)
Ans. (c)
Ans. (d)
Ans. (d)
मैं जब लौटा तो देखा
पोटली में बँधे हुए बूँटों ने
फेंके हैं अंकुर।
दो दिनों के बाद आज लौटा हूँ वापस
अजीब गंध है घर में
किताबों, कपड़ों और निर्जन हवा की
फेंटी हुई गंध
पड़ी है चारों ओर धूल की एक परत और
जकड़ा है जग में बासी जल
जीवन की कितनी यात्राएँ करता रहा यह निर्जन मकान
मेरे साथ
तट की तरह स्थिर पर गतियों से भरा
सहता जल का समस्त कोलाहल—
सूख गए हैं नीम के दातौन
और पोटली में बँधे हुए बूँटों ने फेंके हैं अंकुर
निर्जन घर में जीवन की जड़ों को
पोसते रहे हैं ये अंकुर
खोलता हूँ खिड़की—
और चारों ओर से दौड़ती है हवा
मानो इसी इंतजार में खड़ी थी पल्लों से सट के
पूरे घर को जल भरी तसली-सा हिलाती
मुझसे बाहर मुझसे अनजान
जारी है जीवन की यात्रा अनवरत
बदल रहा है संसार
Ans. (c)
Ans. (b)
Ans. (a)
Ans. (a)
Ans. (d)
निर्देश: प्रश्न-III से प्रश्न-VI तक के सभी प्रश्नों में पाँच-पाँच उप-प्रश्न दिए गए हैं। उनमें से प्रत्येक से चार प्रश्नों के उत्तर दीजिएः
III. वाक्य (रचना) पर आधारित केवल चार प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिएः
Ans. (a)
Ans. (c)
Ans. (b)
Ans. (d)
Ans. (b)
IV. वाच्य-आधारित चार प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिएः
Ans. (b)
Ans. (a)
Ans. (c)
Ans. (d)
Ans. (a)
V. पद संबंधी किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिएः
Ans. (c)
Ans. (b)
Ans. (b)
Ans. (a)
Ans. (a)
VI. ‘रस’ पर आधारित किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिए–
Ans. (b)
Ans. (c)
Ans. (d)
Ans. (d)
Ans. (a)
VII. निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिएः
कातिक आया नहीं कि बालगोबिन भगत की प्रभातियाँ शुरू हुईं, जो फागुन तक चला करतीं। इन दिनों वह सवेरे ही उठते। न जाने किस वक्त जगकर वह नदी-स्नान को जाते–गाँव से दो मील दूर। वहाँ से नहा-धोकर लौटते और गाँव के बाहर ही, पोखरे के ऊँचे मिंडे पर अपनी खँजड़ी लेकर जा बैठते और अपने गाने टेरने लगते। मैं शुरू से ही देर तक सोने वाला हूँ। किंतु, एक दिन, माघ की उस दाँत कटकटानेवाली भोर में भी, उनका संगीत मुझे पोखरे पर ले गया था। अभी आसमान के तारों के दीपक बुझे नहीं थे। हाँ, पूरब में लोही लग गई थी जिसकी लालिमा शुक्रतारा और बढ़ा रहा था। खेत, बगीचा, घर-सब पर कुहासा छा रहा था। सारा वातावरण अजीब रहस्य से आवृत्त मालूम होता था। उस रहस्यमय वातावरण में एक कुश की चटाई पर पूरब मुँह, काली कमली ओढे़ बालगोबिन भगत अपनी खँजड़ी लिए बैठे थे। उनके मुँह से शब्दों का ताँता लगा था और उनकी अँगुलियाँ खँजड़ी पर लगातार चल रही थीं। गाते-गाते इतने मस्त हो जाते, इतने सुरूर में आते, उत्तेजित हो उठते कि मालूम होता अब खड़े हो जाएँगे।
Ans. (a)
Ans. (d)
Ans. (c)
Ans. (b)
Ans. (d)
VIII. निम्नलिखित प्रश्नों में से सही उत्तर वाले विकल्पों को चुनिएः
Ans. (b)
Ans. (c)
IX. निम्नलिखित पठित काव्यांश के आधार पर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिएः
कहेउ लखन मुनि सीलु तुम्हारा। को नहिं जान बिदित संसारा।।
माता पितहि उरिन भए नीकें। गुर रिनु रहा सोचु बड़ जी कें।।
सो जनु हमरेहि माथे काढ़ा। दिन चलि गए ब्याज बड़ बाढ़ा।।
अब आनिअ ब्यवहरिआ बोली। तुरत देउँ मैं थैली खोली।
सुनि कटु बचन कुठार सुधारा। हाय हाय सब सभा पुकारा।
भृगुबर परसु देखावहु मोही। बिप्र बिचारि बचउँ नृपद्रोही।।
मिले न कबहुँ सुभट रन गाढ़े। द्विज देवता घरहि के बाढ़े।।
अनुचित कहि सब लोग पुकारे। रघुपति सयनहिं लखनु नेवारे।।
Ans. (c)
Ans. (a)
Ans. (b)
Ans. (d)
Ans. (b)
X. निम्नलिखित प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिएः
Ans. (b)
Ans. (d)