Board Paper of Class 12 2022 Hindi Core Term 1 Code 002/2/4 Set 4 - Solutions
सामान्य निर्देश―
निम्नलिखित निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पूरी तरह से पालन कीजिए—
- इस प्रश्न-पत्र में कुल 58 प्रश्न दिए गए हैं जिनमें से केवल 40 प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
- सभी प्रश्न समान अंक के हैं।
- प्रश्न-पत्र में तीन खंड हैं— खंड-क, ख और ग।
- खंड-क में 30 प्रश्न पूछे गए हैं। प्रश्न संख्या 1 से 30 में से 15 प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार देने हैं।
- खंड-ख में 6 प्रश्न पूछे गए हैं। प्रश्न संख्या 31 से 36 में 5 प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार देने हैं।
- खंड-ग में 22 प्रश्न पूछे गए हैं। प्रश्न संख्या 37 से 58 में से 20 प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार देने हैं।
- प्रत्येक खंड में निर्देशानुसार परीक्षार्थियों द्वारा पहले उत्तर किए गए वांछित प्रश्नों का ही मूल्यांकन किया जाएगा।
- प्रत्येक प्रश्न के लिए केवल एक ही सही विकल्प है। एक विकल्प से अधिक उत्तर देने पर अंक नहीं दिए जाएँगे।
- ऋणात्मक अंकन नहीं होगा।
I . नीचे दो अपठित गद्यांश दिए गए हैं। किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए ―
(अपठित गद्यांश-I)
मनुष्य के लिए भोजन एक सबसे महत्वपूर्ण विषय है। भोजन के लिए लोग न जाने क्या-क्या करते हैं और न जाने कहाँ से कहाँ तक चले जाते हैं, फिर भी हमारी दुनिया की एक बड़ी सच्चाई है कि रोज लगभग 70 करोड़ लोग भूखे रह जाते हैं, जिनमें से करीब 25 करोड़ लोग भुखमरी जैसी स्थिति में रहने को मज़बूर हैं। दुनिया में बहुत प्रयासों के बावजूद खाद्य असुरक्षा की समस्या बढ़ती चली जा रही है। जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक बारिश या कम बारिश के कारण भी सामान्य खाद्यान्न उत्पादन पर गहरा असर पड़ रहा है। दुनिया में एक बड़े इलाके में स्थायी रूप से खेती प्रभावित होने लगी है। लोग खेती छोड़कर दूसरे व्यवसायों में लगने को मज़बूर हो रहे हैं और खेती करने वालों की संख्या घट रही है। कृषि उत्पादों की कीमत बढ़ रही है और लगे हाथ मंदी का दौर भी चल ही रहा है। तो कुल मिलकार दुनिया में यह एक बड़ी चिंता है कि आने वाले समय में वंचितों या भूखे लोगों का पेट कैसे भरा जाएगा? ऐसे में, ‘ब्ल्यू फूड’की चर्चा दिनोंदिन तेज़ होती जा रही है। ‘ब्ल्यू फूड’मतलब जलीय खाद्य पदार्थ।
इसमें कोई शक नहीं कि हमें पानी से मिलने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में पूरी जानकारी है, लेकिन हमने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि जलीय खाद्य पदार्थ क्षेत्र में कितनी संभावना है।
खाद्य आपूर्ति की हमारी योजनाओं में थल भाग या खेतों-वनों में पैदा होने वाले की ही बहुलता होती है। ये ब्ल्यू फूड कई खाद्य प्रणालियों का महत्वपूर्ण घटक है फिर भी खाद्य नीति बनाते समय इन पर बहुत कम ध्यान दिया गया है। हमें अपनी खाद्य नीति में जलीय खाद्य पदार्थों को भी शामिल करके खाद्य सुरक्षा का विस्तार करना चाहिए। भारत में ओडिशा या दक्षिण भारत के कुछ क्षेत्रों में दोपहर के भोजन में ‘ब्ल्यू फूड’के ही एक प्रकार मछली का उपयोग शुरू हो रहा है, लेकिन इस कार्य को बड़े पैमाने पर उन तमाम क्षेत्रों में तो किया ही जा सकता है, जहाँ जलीय खाद्य पदार्थों की प्रचुर उपलब्धता है। जलीय खाद्य पदार्थ, मीठे पानी और समुद्री परिवेश से प्राप्त पशु, पौधे और शैवाल दुनिया में 3.2 अरब से भी अधिक लोगों को प्रोटीन की आपूर्ति करते हैं। दुनिया के कई तटीय, ग्रामीण समुदायों में यह पोषण का मुख्य आधार है। यह बात भी छिपी नहीं है कि जलक्षेत्र 80 करोड़ से अधिक लोगों की आजीविका का आधार है।
लेकिन इतना विशाल क्षेत्र होने के बावजूद दुनिया में लोग भूखे सोने को मज़बूर हैं। पोषण का बड़ा अभाव है। हमें ज़मीन आधारित खाद्य प्रणालियों की सीमा और उसके खतरों को भी समझना चाहिए। गौर कीजिए, ये खाद्य प्रणालियाँ संपूर्ण ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में एक- चौथाई के लिए ज़िम्मेदार हैं। अतः जलीय खाद्यों को बढ़ावा देने के बारे में हमें गंभीरता से सोचना चाहिए। यह पौष्टिक और टिकाऊ आधार है। जिन देशों में जलीय खाद्य की संभावना ज़्यादा है, उन देशों को अपने यहाँ भोजन स्रोत में परिवर्तन पहले करना चाहिए। इस दिशा में प्रयास तेज़ होने चाहिए। एक सभ्य दुनिया में भोजन से जुड़े नैतिक दबावों के बजाय ज़्यादा ज़रूरी यह है कि किसी भी इनसान को भूखे न सोना पड़े।
Question 1
प्रस्तुत गद्यांश का वर्ण्य विषय हो सकता है―
- बढ़ती खाद्य समस्या
- खाद्य असुरक्षा की समस्या
- जलीय खाद्य की ज़रूरत
- भुखमरी की समस्या
उत्तर— (a)
Question 2
उपरोक्त गद्यांश के आधार पर बताइए कि खाद्यान्न कम क्यों हो रहा है ।
- कृषि योग्य भूमि का कम होना
- धरती के तापमान का बढ़ना
- सिंचाई के लिए वर्षा पर निर्भरता
- लोगों की कृषि कार्यों में
उत्तर— (b)
Question 3
दिनोंदिन बढ़ती खाद्य समस्या से कैसे निपटा जा सकता है ?
- कृषि संबंधी उत्पाद बढ़ाकर
- जलीय खाद्य पदार्थों का सेवन कर
- फल-सब्ज़ियों का सेवन कर
- डेयरी उत्पादों का सेवन कर
उत्तर— (b)
Question 4
जलीय खाद्य पदार्थ से क्या अभिप्राय है ?
- जल से पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
- जल में पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
- नदियों के आस-पास पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
- पानी के स्रोतों के आस-पास पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
उत्तर— (b)
Question 5
हमारी खाद्य आपूर्ति की योजनाओं में किन उत्पादों पर विचार नहीं किया जाता?
- खेतों में पैदा होने वाले उत्पाद
- पशुओं से मिलने वाले उत्पाद
- जल में पैदा होने वाले उत्पाद
- वनों से मिलने वाले उत्पाद
उत्तर— (c)
Question 6
पूर्वी या दक्षिण भारतीय राज्यों में ‘ब्ल्यू फूड’के रूप में कौन-सा फूड खाया जाता है?
- मछली
- झींगा
- शैवाल
- केकड़ा
उत्तर— (a)
Question 7
दुनिया के कई तटीय और ग्रामीण समुदायों में भोजन का मुख्य आधार है―
- खाद्यान्न
- समुद्री खाद्य पदार्थ
- डेयरी उत्पाद
- जलीय खाद्य पदार्थ
उत्तर— (d)
Question 8
ज़मीन आधारित खाद्य प्रणालियाँ ज़िम्मेदार हैं―
- ज़मीन को बंजर बनाने में
- ज़मीन को उपजाऊ बनाने में
- ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लिए
- खाद्यान्न की समस्या के लिए
उत्तर— (c)
Question 9
अपने भोजन-स्रोत में किन देशों को पहले परिवर्तन करना चाहिए?
- जो देश नदियों के किनारे बसे हैं।
- जो देश तालाबों-पोखरों के किनारे बसे हैं।
- जिन देशों में जलीय खाद्य की संभावना अधिक है।
- जिन देशों में मांसाहारी भोजन अधिक खाया जाता है।
उत्तर— (c)
Question 10
‘आजीविका’शब्द का अर्थ गद्यांश के आधार पर है―
- जीवन
- पालन-पोषण
- व्यवसाय
- रोजी रोटी
उत्तर— (c)
अथवा
(अपठित गद्यांश-I)
एक युवा अपनी जोश और ताकत से पूरी तरह ओत-प्रोत होता है। युवा पीढ़ी किसी भी समाज और देश की रीढ़ की हड्डी होती है। किसी भी देश के युवा ही उस देश का भविष्य तय करते हैं। इसकी बानगी हम स्वाधीनता संग्राम में देख चुके हैं।
युवा की सबसे बढ़ी खासियत है कि वह फौलादी जिगर दृढ़ इच्छा शक्ति जोखिम लेने की क्षमता, और कुछ नया करने की ललक रखते हैं। जब युवाओं की बात हो तो भला स्वामी विवेकानंद को कौन भूल सकता है, जो आज भी दुनिया के लाखों युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि युवा ही राष्ट्र की वास्तविक शक्ति है। युवाओं को अवसर दिए बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता है। आज भारत को हम सबसे युवा देश कह सकते हैं, वह इसलिए नहीं कि देश अभी-अभी आजाद हुआ है बल्कि इसलिए क्योंकि इस समय भारत में युवा वर्ग की जनसंख्या पूर विश्व के देशों से अधिक है।
युवा की विशेषता यही है कि उसके काम में तेजी, फुरती, और एक नया जोश है, उसमें ऊर्जा की भरमार है। पर हाँ, यह नहीं कि युवाओं से बड़े, जिन्हें हम बुज़ुर्ग कह सकते हैं, उनकी ज़रूरत नहीं है, ऐसा कहना उचित नहीं है। बुज़ुर्ग भी देश के विकास के लिए उतने ही ज़रूरी है जितने युवा। इन दोनों के ताल-मेल से बड़े से बड़े कार्य को जल्द से जल्द और एक बेहतर तरीके से कर सकते हैं। बड़े-बुज़ुर्ग अपने अनुभव और युवा अपनी ऊर्जा का उपयोग कर देश को नई उपलब्धि दिला सकते हैं। पर देश का दुर्भाग्य ही समझो कि युवा और बुज़ुर्गों के ताल-मेल में कमी आ रही है। हमारी संस्कृति जिसमें इन युवाओं को अपने बुजुर्गों से सीखना चाहिए वे उनसे दूर होते जा रहे हैं। आज का आधुनिकीकरण दोनों वर्गों में जैसे दीवार बन गया हो।
अब वक्त आ गया है कि युवा सक्रिय राजनीति में प्रवेश करें क्योंकि हमारी राजनीति बूढ़ी हो गई है और यह हमारे देश की अपेक्षा को पूरा नहीं कर सकती। भ्रष्टाचार को लगाम लगाने के लिए युवाओं को अब तैयार होना होगा। युवाओं को एक ज़िम्मेदार नागरिक बनना होगा। पढ़े-लिखे, ज़्यादातर युवा राजनीति से दूरी बनाए रखते हैं, लेकिन कमल तोड़ना है तो कीचड़ में उतरना ही होगा। ठीक उसी प्रकार राजनीति में आए बिना राजनीति को शुद्ध करना संभव नहीं है। अतः मैं चाहता हूँ कि युवा राजनीति में प्रवेश करें। तभी देश के संसाधनों का सही इस्तेमाल होगा और तब जाकर कहीं शोषित-वंचित वर्ग को उनका हक मिल सकता है।
अतः आज के युवाओं को अपनी ज़िम्मेदारी समझनी चाहिए और कोई भी काम व्यक्तिगत लाभ की बजाय समाज तथा देश हित में करना चाहिए। परिवार से समाज बनता है और समाज से देश बनता है। आज की युवा पीढ़ी का अपने परिवार की ओर उदसीनता देख मेरा मन काफी व्यथित होता है। माँ-बाप सीमित संसाधनों में भी अपने बच्चों को तमाम सुख सुविधा देने का भरसक प्रयास करते हैं, परंतु माँ-बाप का बोझ आज की हमारी युवा पीढ़ी नहीं उठा पा रही है। यह बड़े ही शर्म की बात है जिसने हमारी दुनिया को सजाया हो उसे हम युवा वृद्धाश्रम में छोड़ आते हैं। उनकी कुछ बुनियादी ज़रूरतों को भी पूरा नहीं कर पाते। और अगर एक युवा इतना भी नहीं कर सकता तो वह युवा-पीढ़ी के लिए शर्म की बात है। अतः हमारे युवाओं को अपने परिवार के प्रति संवेदनशील और ज़िम्मेदार बनाना ही होगा। मैं तो सोचता हूँ कि युवा पीढ़ी के रहते वृद्धाश्रम बनाना ही बड़े शर्म की बात है।
समाज में हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाना की ही सामाजिक ज़िम्मेदारी है। अर्थात एक स्वस्थ समाज की संकल्पना तभी पूरी हो सकती है, जब हर युवा व्यक्ति ईमानदारी से अपने परिवार, समाज और देश के प्रति छोटी-छोटी ज़िम्मेदारयिों को पूरा करना होगा।
Question 11
भारत को ‘युवा भारत’ क्यों कहा जाता है?
- स्वतंत्रता प्राप्ति को अभी बहुत समय न होने के कारण
- भारत की जनसंख्या विश्व में बहुत अधिक होने के कारण
- भारत में युवाओं की संख्या अधिक होने के कारण
- देश के विकास में युवाओं की सहभागिता अधिक होने के कारण
उत्तर— (c)
Question 12
युवा पीढ़ी को किसी भी देश की ‘रीढ़ की हड्डी’ क्यों कहा गया है?
- उसे दृढ़ता प्रदान करने की शक्ति के कारण
- उसका भविष्य निर्माता होने के कारण
- उसकी स्वतंत्रता की रक्षा करने के कारण
- जोश और ताकत से ओत-प्रोत होने के कारण
उत्तर— (b)
Question 13
‘युवाओं को अवसर देने’ से स्वामी विवेकानंद जी का क्या अभिप्राय था?
- देश की राजनीति में भागीदारी
- देश के विकास में भागीदारी
- देश की रक्षा में भागीदारी
- देश की योजनाओं में भागीदारी
उत्तर— (b)
Question 14
देश के विकास के लिए युवाओं और बुज़ुर्गों के बीच तालमेल क्यों ज़रूरी है?
- युवाओं को जोश और बुज़ुर्गों का संयम देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है।
- युवाओं की ऊर्जा और बुज़ुर्गों का अनुभव देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है।
- युवाओं की गति और बुज़ुर्गों का प्रबंधन देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है।
- युवाओं की फुरती और बुज़ुर्गों का धैर्य देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है।
उत्तर— (b)
Question 15
युवाओं और बुज़ुर्गों के बीच बढ़ती खाई का कारण है―
- तकनीकी विकास
- व्यस्त जीवन-शैली
- पाश्चात्य संस्कृति
- आधुनिकीकरण
उत्तर— (d)
Question 16
विवेकानंद जी की दृष्टि में युवाओं के लिए शर्म की बात क्या है?
- बड़े-बुज़ुर्गों की उपेक्षा
- युवा-पीढ़ी की संवेदनहीनता
- वृद्धाश्रम का बनना-बनाना
- युवाओं का गैर-ज़िम्मेदार रवैया
उत्तर— (c)
Question 17
देश के युवाओं से राजनीति में प्रवेश करने का आग्रह करने के विषय में कौन-सा तर्क असत्य है?
- देश की राजनीति बूढ़ी हो गई है।
- लोगों की अपेक्षाएँ अधूरी रह गई हैं।
- देश की रक्षा करने के लिए।
- देश में फैले भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए।
उत्तर— (c)
Question 18
‘कमल तोड़ना है तो कीचड़ में उतरना ही होगा’ का आशय है ―
- गंदगी को दूर करना है तो गंदगी में जाना ही पड़ेगा।
- कमल को पाना है तो कीचड़ में पाँव रखना ही होगा।
- कुछ अच्छा पाने के लिए गंदगी में पैर रखना ही पड़ता है।
- देश में बदलाव लाने के लिए राजनीति का हिस्सा बनना पड़ता है।
उत्तर— (d)
Question 19
एक स्वस्थ समाज की संरचना के लिए आवश्यक है―
- अन्याय के खिलाफ़ आवाज़ उठाना
- ईमानदारी से अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करना
- युवाओं और बुज़ुर्गों की सहभागिता
- आधुनिक तकनीक का प्रयोग
उत्तर— (b)
Question 20
प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक है―
- आज की युवा पीढ़ी
- युवा पीढ़ी और देश का भविष्य
- युवा पीढ़ी की समस्याएँ
- युवा पीढ़ी और बुज़ुर्ग
उत्तर— (b)
II. नीचे दो अपठित पद्यांश दिए गए हैं। किसी एक पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए―
(अपठित पद्यांश-I)
माँ मेरे अकेलेपन के बारे में सोच रही है।
पानी गिर नहीं रहा पर, गिर सकता है किसी भी समय
मुझे बाहर जाना है और माँ चुप है कि मुझे बाहर जाना है।
यह तय है
कि मैं बाहर जाऊँगा तो माँ को भूल जाऊँगा
जैसे मैं भूल जाऊँगा उसकी कटोरी
उसका गिलास
वह सफेद साड़ी जिसमें काली किनारी है
मैं एकदम भूल जाऊँगा
जिसे इस समूची दुनिया में माँ
और सिर्फ़ मेरी माँ पहनती है
उसके बाद सरदियाँ आ जाएँगी
और मैंने देखा है कि सरदियाँ जब भी आती हैं
तो माँ थोड़ा और झुक जाती है
अपनी परछाईं की तरफ
ऊन के बारे में उसके विचार
बहुत सख्त हैं
मृत्यु के बारे में बेहद कोमल
पक्षियों के बारे में
वह कभी कुछ नहीं कहती
हालाँकि नींद में
वह खुद एक पक्षी की तरह लगती है
जब वह बहुत ज़्यादा थक जाती है
तो उठा लेती है सुई और तागा
मैंने देखा है कि जब सब सो जाते हैं
तो सुई चलाने वाले उसके हाथ
देर रात तक
समय को धीरे-धीरे सिलते हैं।
जैसे वह मेरा फटा हुआ कुरता हो
पिछले साठ बरसों से
एक सुई और तागे के बीच
दबी हुई है माँ
हालाँकि वह खुद एक करघा है
जिस पर साठ बरस बुने गए हैं।
धीरे-धीरे तह पर तह
खूब मोटे और गझिन और खुरदरे
साठ बरस
Question 21
प्रस्तुत कविता का मूल भाव है―
- प्रगति के लिए रिश्तों में आए बिखराव की पीड़ा
- सुविधा के लिए रिश्तों में आए बिखराव की पीड़ा
- आधुनिक जीवन की विवशता ।
- अपनों से बिछुड़ने की विवशता
उत्तर— (d)
Question 22
माँ की चुप्पी के कारण के विषय में कौन-सा कथन असत्य है?
- बेटे का अजनबी प्रदेश में जाना
- अजनबी प्रदेश में बेटे का अकेलापन
- बेटे का उससे बिछड़कर दूर जाना
- अपने अकेलेपन की चिंता
उत्तर— (d)
Question 23
'पानी गिरा नहीं
पर गिर सकता है किसी भी समय' का आशय है―
- किसी भी समय वर्षा हो सकती है।
- माँ की आँखों से कभी भी आँसू गिर सकते हैं।
- माँ के सब्र का बाँध कभी भी टूट सकता है।
- माँ की हिम्मत कभी भी ज़वाब दे सकती है।
उत्तर— (b)
Question 24
कवि की चिंता का मुख्य कारण है―
- बढ़ती उम्र में माँ का अकेलापन
- बढ़ती उम्र में माँ का स्वास्थ्य
- शहरी परिवेश में माँ को भूल जाना
- शहरी परिवेश में जुड़ी चीजें भूल जाना
उत्तर— (c)
Question 25
माँ सुई और तागे से क्या सिलने का प्रयास कर रही है ?
- बेटे के फटे कुरते को
- समय की गति को
- रिश्तों को
- गरीबी को
उत्तर— (b)
अथवा
(अपठित पद्यांश-II)
थकी-हारी लौटी है वो ऑफिस से अभी
टिफिन बॉक्स को रसोई में रखती है
मुँह पर पानी के छींटे मारती है
बाहर निकल आई लट को वापस खोंसती है
बालों में
आँखों को हौले से दबाती है हथेलियों से
उठती है और रसोईघर की ओर जाने को होती है
मैं कहता हूँ, बैठो, तुम, आज मै चाय बनाता हूँ!
मेरी आवाज की नोक मुझी को चुभती है।
गैस जलाकर चाय का पानी चढ़ाता हूँ
दूसरे ही पल आवाज़ लगाता हूँ
सुनो शक्कर किस डिब्बे में रखी है
और चाय की पत्ती कहाँ है?
साड़ी का पल्लू कमर में खोंसती हुई वो आती है
मुझे हटाते हुए कहती है― हटो, तुम्हें नहीं मिलेगी कोई चीज़।
होठों को तिरछा करती अजीब ढंग से मुसकराती है
मुश्किल है कि मुसकराहट का ठीक-ठीक अर्थ
समझ पाना
जैसे कहती हो यह मेरी सृष्टि है
तुम नहीं जान पाओगे कभी
कि किन बादलों में रखी है बारिशें, किनमें रखा है कपास
कोई डब्बा खोलते हुए कहती हैः
यह तो मैं हूँ कि अबेर रखा है सब कुछ
वरना तुम तो ढूँढ़ नहीं पाते अपने आपको
जाओ बाहर जाकर टी-वी- देखो
एक काम पूरा नहीं करोगे और फैला दोगे
मेरी पूरी रसोई !
Question 26
प्रस्तुत कविता का वर्ण्य विषय है―
- भारतीय समाज की पुरुषवादी सोच का वर्णन
- चाँद तक पहुँचने वाली महिला की वास्तविक स्थिति का वर्णन
- भारतीय समाज में महिलाओं की स्थिति का वर्णन
- कामकाजी महिलाओं की स्थिति का वर्णन
उत्तर— (d)
Question 27
'मेरी आवाज़ की नोक मुझी को चुभती है'― आशय है―
- पति को अपनी आवाज़ नोक जैसी लगती है।
- पति को अपनी तीखी आवाज़ अच्छी नहीं लगती।
- पति को अपनी ही भारी-भरकम आवाज़ चुभती है।
- पति को अपनी ही आवाज़ व्यंग्यपूर्ण लगती है।
उत्तर— (d)
Question 28
'किन बादलों में रखी बारिशें, किनमें रखा है कपास' का क्या अभिप्राय है?
- कौन-से बादल बरसेंगे और कौन-से नहीं?
- कौन-से बादल बरसेंगे और कौन-से रुई की तरह उड़ जाएँगे?
- घर का कौन-सा समान कहाँ रखा है?
- रसोई में चीनी कहाँ रखी और चायपत्ती कहाँ?
उत्तर— (c)
Question 29
‘यह तो मैं हूँ कि अबेर रखा है सब कुछ’— पत्नी ने क्या अबेर रखा है?
- रसोईघर की ज़िम्मेदारी
- बच्चों और पति की ज़िम्मेदारी
- घर और बाहर की ज़िम्मेदारी
- पूरी गृहस्थी की ज़िम्मेदारी
उत्तर— (d)
Question 30
‘महिला द्वारा पल्लू कमर में खोंसना’― का अर्थ है―
- वह रसोईघर की लड़ाई लड़ने को तैयार है।
- वह रसोईघर में चाय बनाने को तैयार है।
- वह पति को चीनी चायपत्ती बताने को तैयार है।
- वह बिखरी रसोई समेटने को तैयार है।
उत्तर— (b)
(व्यावहारिक व्याकरण)
III. ‘अभिव्यक्ति और माध्यम’ पुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित छह प्रश्नों में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर के लिए सही उत्तर वाले विकल्पों का चयन कीजिए―
Question 31
जनसंचार के माध्यमों में से सबसे आधुनिक माध्यम है―
- रेडियो
- समाचार-पत्र
- इंटरनेट
- टेलीविजन
उत्तर— (c)
Question 32
रेडियो प्रसारण के लिए प्रस्तुत की जाने वाली समाचार-कॉपी को तैयार किया जाना चाहिए—
- सिंगल स्पेस
- डबल स्पेस
- बिना स्पेस
- ट्रिपल स्पेस
उत्तर— (d)
Question 33
भारत में पहला छापाखाना कब और कहाँ खुला?
- सन 1556, गोवा में
- सन 1556, कलकत्ता में
- सन 1856, गोवा में
- सन 1856, कलकत्ता में
उत्तर— (a)
Question 34
भुगतान के आधार पर अलग-अलग अखबारों में काम करने वाला पत्रकार कहलाता है—
- पूर्णकालिक पत्रकार
- अशंकालिक पत्रकार
- अल्पकालिक पत्रकार
- फ्रीलांसर पत्रकार
उत्तर— (d)
Question 35
समाचार लेखन के पहले चार ककार (क्या, कौन, कब और कहाँ) आधारित होते हैं—
- सूचनाओं और तथ्यों पर
- व्याख्या और विवरण पर
- विश्लेषण और तथ्यों पर
- व्याख्या और सूचना पर
उत्तर— (a)
Question 36
सार्वजनिक रूप से उपलब्ध तथ्यों, सूचनाओं तथा आँकड़ों के आधार पर तैयार रिपोर्ट कहलाती है—
- खोजी रिपोर्ट
- इनडेप्थ रिपोर्ट
- विश्लेषणात्मक रिपोर्ट
- विवरणात्मक रिपोर्ट
उत्तर— (b)
(पाठ्यपुस्तक)
IV. निम्नलिखित पठित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही उत्तर वाले विकल्पों का चयन कीजिए—
सोचिए
बताइए
आपको अपाहिज होकर कैसा लगता है
कैसा
यानी कैसा लगता है
(हम खुद इशारे से बताएँगे कि क्या ऐसा?)
सोचिए
बताइए
थोड़ी कोशिश करिए
(यह अवसर खो देंगे?)
आप जानते हैं कि कार्यक्रम रोचक बनाने के वास्ते
हम पूछ-पूछकर उसको रुला देंगे
इंतज़ार करते हैं आप भी उसके रो पड़ने का
करते हैं?
(यह प्रश्न पूछा नहीं जाएगा।)
Question 37
प्रस्तुत काव्यांश का उद्देश्य है—
- मीडियाकर्मियों की संवेदनशून्यता दर्शाना
- मीडियाकर्मियों की संवेदनशीलता दर्शाना
- मीडिया के सामाजिक उत्तरदायित्व को दर्शाना
- मीडिया के सामाजिक उत्तरदायित्व को दर्शाना
- मीडिया की बढ़ती व्यावसायिकाता को दर्शाना
उत्तर— (a)
Question 38
कार्यक्रम संचालक अपाहिज व्यक्ति से बार-बार अपना दुख बताने के लिए क्यों कहता है?
- अपाहिज व्यक्ति के साथ संवेदनशीलता दर्शाने के लिए
- अपाहिज के प्रति समाज को संवेदनशील बनाने के लिए
- अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करने के लिए
- अपने कार्यक्रम को व्यावसायिक रूप से सफल बनाने के लिए
उत्तर— (d)
Question 39
कार्यक्रम संचालक अपाहिज व्यक्ति की स्थिति को खुद इशारे से बताने की कोशिश क्यों करता है?
- अपाहिज व्यक्ति के दुखी और अक्षम होने के कारण
- अपाहिज व्यक्ति द्वारा अपना दुख न बताने के कारण
- अपाहिज व्यक्ति द्वारा दुख के हाव-भाव की मुद्रा नहीं बना पाने के कारण
- अपाहिज व्यक्ति के देख के हाव-भाव से अपने कार्यक्रम को सफल बनाने के कारण
उत्तर— (d)
Question 40
‘यह अवसर खो देंगे आप’ — पंक्ति में कार्यक्रम संचालक द्वारा किस अवसर को खो देने की बात कही गई है?
- अपनी पीड़ा और अपंगता को समाज के सामने रखने का अवसर
- अपनी पीड़ा से सामाजिक सहानुभूति बटोरने का अवसर
- अपनी पीड़ा के माध्यम से कैमरे के सामने आने का अवसर
- अपनी पीड़ा से सामाजिक-आर्थिक स्थिति सुधारने का अवसर
उत्तर— (a)
Question 41
‘इंतज़ार करते हैं आप भी उसके रो पड़ने का’ पंक्ति द्वारा दर्शकों की किस मनोवृत्ति को दर्शाया गया है?
- संवेदनशीलता का
- भावुकता का
- मानवीयता का
- अमानवीयता का
उत्तर— (d)
V. निम्नलिखित पठित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्पों का चयन कीजिएः
भक्तिन का दुर्भाग्य भी उससे कम हठी नहीं था, इसी से किशोरी से युवती होते ही बड़ी लड़की भी विधवा हो गई। भइयहू से पार न पा सकने वाले जेठों और काकी को परास्त करने के लिए कटिबद्ध जिठौतों ने आशा की एक किरण देख पाई। विधवा बहन के गठबंधन के लिए बड़ा जिठौत अपने तीतर लड़ाने वाले साले को बुला लाया, क्योंकि उसका हो जाने पर सब कुछ उन्हीं के अधिकार में रहता। भक्तिन की लड़की भी माँ से कम समझदार नहीं थी, इसी से उसने वर को नापसंद कर दिया। बाहर के बइनोई का आना चचेरे भाइयों के लिए सुविधाजनक नहीं था, अतः यह प्रस्ताव जहाँ-का-तहाँ रह गया। तब वे दोनों माँ-बेटी खूब मन लगाकर अपनी संपत्ति की देख-भाल करने लगीं और ‘मान न मान मैं तेरा मेहमान’ की कहावत चरितार्थ करने वाले वर के समर्थक उसे किसी-न-किसी प्रकार पति की पदवी पर अभिषिक्त करने का उपाय सोचने लगे।
Question 42
गद्यांश के आधार पर भक्तिन का दुर्भाग्य किसे कहा गया है?
- उसके पति का असमय मर जाना।
- उसकी बेटी का असमय विधवा हो जाना।
- उसके द्वारा तीन-तीन कन्याओं का जन्म दिया जाना।
- उसके पिता की अकाल मृत्यु का हो जाना।
उत्तर— (b)
Question 43
भक्तिन का जिठौत अपने साले से चचेरी बहन का विवाह क्यों करवाना चाहता था?
- युवावस्था में ही बहन के विधवा हो जाने के कारण
- चचेरी बहन को वैधव्य के दुख से बचाने के लिए
- चचेरी बहन का घर फिर से बसाने की इच्छा के कारण
- अपनी चाची की ज़ायदाद को पाने के लिए
उत्तर— (d)
Question 44
भक्तिन के जेठों और जिठौतों को भक्तिन के दामाद के मरने पर आशा की कौन-सी किरण दिखाई दी?
- अपनी पसंद के वर से चचेरी बहन का विवाह करने की
- भक्तिन का आत्म-सम्मान नष्ट कर उसकी संपत्ति हड़पने की
- भक्तिन और उसकी बेटियों पर अपना हक जताने की
- भक्तिन और उसकी बेटियों को अपने साथ रखने की
उत्तर— (b)
Question 45
विधवा बहन द्वारा वर को नापसंद किए जाने पर जिठौतों ने क्या किया?
- उसके पुनर्विवाह का विचार छोड़ दिया।
- उसके लिए दूसरे वर की तलाश में लग गए।
- बहन की पसंद का वर ढूँढ़ने में लग गए।
- अपनी पसंद का वर उस पर थोपने का उपाय सोचने लगे।
उत्तर— (d
Question 46
भक्तिन के जेठ और जिठौत किस बात के लिए दृढ़-निश्चय थे?
- विधवा बहन का पुनर्विवाह करवाने के लिए
- अपनी पसंद के वर से बहन का पुनर्विवाह करवाने के लिए
- बाहर के वर से बहन का पुनर्विवाह करवाने के लिए
- किसी भी प्रकार से भक्तिन की संपत्ति हड़पने के लिए
उत्तर— (d)
VI. निम्नलिखित छह प्रश्नों में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिएः
Question 47
‘बाजार दर्शन’ पाठ के आधार पर बताइए कि बाज़ार का जादू किन लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करता है?
- जिनकी जेब खाली हो, पर मन पर नियंत्रण न हो।
- जिनकी जेब भरी हो, पर मन पर नियंत्रण न हो।
- जिनकी जेब और मन दोनों खाली हों।
- जिनकी जेब और मन दोनों भरें हों।
उत्तर— (b)
Question 48
‘काले मेघा पानी दे’ पाठ के आधार पर बताइए कि लेखक को इंदरसेना पर पानी फेंकने की बात सही क्यों नहीं लगती?
- क्योंकि वह समाज-सुधार सभा का उपमंत्री था।
- क्योंकि इससे गलियों में कीचड़ हो जाता था।
- क्योंकि इससे घरों के बाहर शोर होता था।
- क्योंकि वह इसे अंधविश्वास मानता था।
उत्तर— (d)
Question 49
‘पहलवान की ढोलक’ पाठ के आधार पर बताइए कि नए राजकुमार ने विलायत से आते ही लुट्टन सिंह को राजमहल से क्यों निकाल दिया?
- उसके भारी भरकम दैनिक भोजन-व्यय के कारण
- भारतीय पारंपरिक खेलों में रुचि न होने के कारण
- मैनेजर द्वारा पहलवान के विरुद्ध भड़काए जाने के कारण
- विलायत में पला-बढ़ा होने के कारण
उत्तर— (a)
Question 50
‘दिन जल्दी-जल्दी ढलता है’ कविता के आधार पर बताइए कि बच्चे नीड़ों से क्यों झाँक रहे होंगे?
- जल्दी-जल्दी दिन के ढलने के कारण
- चिड़िया द्वारा लाया भोजन पाने के लिए
- माँ के शाम होने पर भी घोंसले में न पहुँचने के कारण
- घोंसले में अकेले होने के भय की आशंका से
उत्तर— (c)
Question 51
कविता की उड़ान के विषय में कौन-सा कथन असत्य है?
- कविता की उड़ान प्राकृतिक होती है।
- कविता कल्पनाओं की उड़ान है।
- कविता भावनाओं की अभिव्यक्ति है।
- कविता की उड़ान असीमित होती है।
उत्तर— (d)
Question 52
‘सहर्ष स्वीकारा है’ कविता के आधार पर बताइए कि कवि अपनी प्रियतमा को भूलने का दंड क्यों चाहता है?
- क्योंकि प्रिय के स्नेह के उजाले ने उसे घेर लिया है।
- क्योंकि वह स्वयं को प्रियतमा के योग्य नहीं समझता है।
- क्योंकि वह अंधकार को अपने शरीर पर झेलना चाहता है।
- क्योंकि अत्यधिक स्नेह के कारण उसकी आत्मा कमजोर हो गई है।
उत्तर— (d)
VlI. निम्नलिखित छह प्रश्नों में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिएः
Question 53
‘सिल्वर वैडिंग’ कहानी के आधार पर बताइए कि यशोधर बाबू ऑफिस में दिनभर के शुष्क व्यवहार का निराकरण कैसे किया करते थे?
- अपने बिखरे सामान को समेटने की जिम्मेदारी अपने मातहतों पर न डालकर
- चलते-चलते जूनियरों (अधीनस्थों) से कोई मनोरंजक बात कर
- छुट्टी के समय जूनियरों के साथ चाय-समोसा खाकर
- छुट्टी के समय सेक्शन की सुस्त घड़ी को सही करके
उत्तर— (b)
Question 54
‘सिल्वर वैडिंग’ कहानी के आधार पर बताइए कि यशोधर बाबू को बच्चों की कौन-सी बात प्रशंसनीय लगती थी?
- गरीब रिश्तेदारों के प्रति उपेक्षा का भाव रखना
- प्राचीन संस्कारों को भूल आधुनिकता के रंग में रंगना
- महत्वाकांक्षी और प्रगतिशील होना
- मानवीय संबंधों और संस्कारों की उपेक्षा
उत्तर— (b)
Question 55
‘सिल्वर वैडिंग’ कहानी के आधार पर बताइए कि यशोधर बाबू का अपने परिवार से मतभेद क्यों रहता था?
- क्योंकि उनकी दृष्टि में नई सोच और नए विचार महत्त्वहीन थे।
- क्योंकि वे परंपरावादी और सिद्धांतवादी थे।
- क्योंकि उनकी ध्यान आध्यात्मिकता की ओर मुड़ गया था।
- क्योंकि उनके और उनके परिवार के बीच अनबन थी।
उत्तर— (b)
Question 56
‘जूझ’ कहानी के कथानायक आनंदा ने अपने पढ़ने की बात अपनी माँ से ही क्यों कही?
- पिता के गुस्सैल स्वभाव के कारण
- माँ के साथ अत्यधिक लगाव के कारण
- दिन-रात माँ के साथ रहने के कारण
- पिता से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद न होने के कारण
उत्तर— (d)
Question 57
‘जूझ’ कहानी का नायक आनंदा खेतों में काम क्यों करता था?
- अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए
- पिता की ज़िम्मेदारियों का भार उठाने के लिए
- स्कूल जाकर पढ़ने-लिखने से बचने के लिए
- अपने पिता के कामों में हाथ-बँटाने के लिए
उत्तर— (b)
Question 58
‘जूझ’ कहानी के आधार पर बताइए कि मास्टर सौंदलगेकर जी का आनंदा पर क्या प्रभाव पड़ा?
- वह पढ़ाई-लिखाई में रुचि लेने लगा।
- वह खेतों के काम में रुचि लेने लगा।
- वह स्कूल जाने में रुचि लेने लगा।
- वह कविता लेखन-पठन में रुचि लेने लगा।
उत्तर— (d)